धनवान
निकाल लाया है
गहरे कुएँ से
डूबा हुआ खजाना
तिजोरी के पास
तैनात नही है
काला नाग फन
फैलाए।
जानता है संसार की
सबसे कठिन भाषा
और पढ लेता है
दु:खी आदमी का
चेहरा।
मनुष्यता के
मोतियों से
प्रेम के बगीचे
खरीदकर
बाँट देता है मीठे
फल
गरीबों में।
कितना अजीब है कि
संसार के सबसे
धनवान के माथे पर
दिखाई नही देतीं
चिंता की रेखाएँ।
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