Thursday, October 29, 2015

लाल बारिश

लाल बारिश

इस बार जो बूँदें गिरी आकाश से
तो लाल हो गई यह धरती

अजब तमाशा कि
कुछ लोग बता रहे कि
हरी-हरी है ये बूँदें
बहुत से कहें कि
केसर का रंग उतरा है इनमें

कुछ औघडों के विचार में
इस बार जो बादल बनें
उनमें मनुष्य का रक्त भी शामिल हो गया
भाप बनकर 

जानता हूँ बारिश के बाद
फूट पडेंगे नए बूटे 
लहलहा उठेगा
आँगन का पेड फिर से
फलों की मिठास के बीच
भूल जाएँगे बच्चे

इस लाल बारिश को। 

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